प्राचीन भारत के 07 ऐसे अनसुलझे रहस्य जो आपको जानने चाहिए।
दोस्तों आज इस पोस्ट। पोस्ट के माध्यम से हम आपको भारत के 07 ऐसे अनसुलझे रहस्य बताने जा रहे हैं। जो कि आप पढ़ कर हैरान हो जाएंगे और आपको कुछ नया सीखने को मिलेगा। आपको पोस्ट के अंत में हमको यह बताना है, कि आपको यह पढ़कर कैसा लगा।
भारत के 07 अनसुलझे रहस्य पढ़कर आप अपने आप को रोक नहीं पाएंगे और अब और ज्यादा पढ़ने के लिए अपने आप को प्रेरित करेंगे। यह आपके पढ़ने की है पढ़ने की रुचि को बढ़ाएगा और आपको और ज्यादा पढ़ने के लिए प्रेरित करेगा क्योंकि भारत में और भारत के अलावा बहुत सारी ऐसी जगह है जहां पर ऐसी सी चीजें हैं जो आप पढ़कर आपको बहुत ही अच्छा लगेगा और आप और पढ़ने की कोशिश करेंगे।

भारत में बहुत सारे ऐसे अनसुझे रहस्य और राज छुपे हुए हैं। बहुत सारे रहस्य से अभी पर्दा उठना बाकी है। और लोग जानते भी नहीं है कि इतनी रहस्यमय चीजें भी हो सकती है।आइए हम शुरू करते हैं भारत के 07 अनसुलझे रहस्यों के बारे में विस्तृत में जानते हैं ।
भारत के 10 अनसुलझे रहस्य।
हमने बचपन में बहुत सारी कहानियां सुनी हैं। हमारी नानी से दादी से और। उन कहानियों में हमने यह देखा है कि राजा हमेशा मंदिरों को बनवाते थे और वास्तुकला का बहुत ध्यान रखते थे। साथ ही राजा महाराजा क्या करते थे कि वह अपने धन को छुपाने के लिए कुछ ऐसी जगह ढूंढते थे जहां पर वह अपने धन को सुरक्षित रख सकें। हमने हमलों में भी देखा है कि कोई गुप्त रास्ता होता था जहां से राजा महल से बाहर निकल सकता था जब भी कोई महल पर आक्रमण करता है।
1. करणी माता का मंदिर देशनोक बीकानेर राजस्थान
करणी माता का जो मंदिर है वह बीकानेर राजस्थान में स्थित है। इस मंदिर में हजारों काले चूहे मिलते हैं। साथ ही यहां पर सफेद चूहे भी देखे जाते हैं। जो आमतौर पर हम कहीं दूसरी जगह नहीं देखते। एक जगह इतने सारे चूहे होने पर लोगों को आश्चर्य होता है ,और लोग दूर-दूर से यहां पर आते हैं। इस मंदिर को चूहों वाली माता का मंदिर भी कहा जाता है।

मंदिर के प्रांगण में बड़े-बड़े बर्तन हैं जहां पर चूहे भोजन करते हैं। जो भी श्रद्धालु आते हैं वह सभी इन चूहों को कुछ ना कुछ प्रसाद देते हैं और। यह चूहे जो है किसी से भी नहीं डरते हैं । मंदिर के प्रांगण में आपको खेलते हुए मिल जाएंगे और ना ही इंसानों से डरेंगे।
मंदिर में जितने भी श्रद्धालु आते हैं उनको अपने पैर जमीन पर रगड़ रगड़ के चलना पड़ता है ताकि कोई चूहा उनके पैरों के नीचे ना आ जाए।
यदि कोई चूहा उनके पैरों के नीचे आ जाता है तो वहां पर सोने का या चांदी का चूहा उनको भेंट करना होता है माता रानी को। लोगों का ऐसा भी मानना है कि यहां पर सफेद चूहा जिसको सफेद काबा भी कहा जाता है यदि किसी को दिखता है तो उनकी मनोकामना पूरी होती है।
2. कन्याकुमारी देवी का मंदिर
कन्याकुमारी देवी का मंदिर भारत के साउथ में स्थित है। माना जाता है, कि इस स्थान पर प्राचीन समय में माता पार्वती का विवाह संपन्न होने वाला था ,पर विवाह पूरी तरीके से संपर्क नहीं हो पाया । उस समय जो वहां पर चावल और दाल के दाने थे वह कंकड़ पत्थर बन गए। इस मंदिर के तीनों तरफ समुंद्र है। आज भी वहां जो श्रद्धालु आते हैं।

उन चावल और दाल के दानों को वहां पर छोटे-छोटे पत्थरो के रूप में देख सकते हैं। आज आज भी जो सैलानी वहां जाते हैं मंदिर के दर्शन के लिए। उन पत्थरों को देखकर वह हैरान हो जाते हैं । यह रहस्य कभी नहीं सुलझ पाया है कि वह पत्थर क्या सच में ही चावल और दाल से बने हैं।
3. मेरु पर्वत कैलाश पर्वत के पास।
ऐसा माना जाता है कि एक पर्वत है जो कैलाश पर्वत से कुछ ही दूरी पर स्थित है। वहां पर साक्षात भगवान शिव निवास करते हैं। ऐसा माना जाता है कि उस पर्वत के आगे जो भी जो भी स्थान है वह देवस्थान कहा जाता है। हमने कहानियों में और जो भी धारावाहिक आते थे उनमें यह सुना है कि कैलाश पर्वत पर के आगे जो पर्वत हैं उसमें भगवान साक्षात निवास करते हैं।

कैलाश पर्वत की कहानियां तो हमने बचपन में जो भी सीरियल रामायण महाभारत हमने देखा था। उसी कैलाश पर्वत को अक्सर देखा था , वहां शिवजी माता पार्वती के साथ निवास करते थे तो क्या सच में है वह स्थान है जहां पर सच में भगवान रहते हैं। यह चीज एक आज भी रहस्य बनी हुई है।
4. शनि मंदिर शिंगणापुर
महाराष्ट्र के अहमदनगर में। शिंगणापुर शनि महाराज का मंदिर है। ऐसा माना जाता है कि यह जो मंदिर है, भगवान शनि का साक्षात मंदिर है। इस मंदिर में शनि महाराज खुले आसमान के नीचे विराजते हैं । हजारों की संख्या में यहां पर भक्तगण हर शनिवार को दर्शन करने के लिए आते हैं।

उस जगह के लोग उस मंदिर को इतना मानते हैं कि वह घर में अपने घर में पर्दे, खिड़की नहीं लगाते हैं। ऐसा भी माना जाता है कि वहां पर लोग जो है अपने घर में लॉकर में नहीं रखते हैं। और घरों में ताले भी कम लगाए जाते हैं। क्योंकि यदि कोई चोरी करता है। तू भगवान शनि उनको साक्षात रूप से दंड देते हैं। तू वहां अक्सर यह देखा गया है कि वहां बहुत चोरियां कम होती है।
5. सोमनाथ के मंदिर का रहस्य।
भगवान सोमनाथ का मंदिर हिंदू परंपरा में बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण स्थान रखता है। सोमनाथ मंदिर शिव जी का मंदिर है। ऐसा माना जाता है कि पुराने समय में सोमनाथ का मंदिर जो है वह हवा में झूलता था। एक समय कुछ लोगों ने जो है उसको तोड़ दिया उसके बाद में 24 शिवलिंग में बदल गया। और उसकी बीचो-बीच जो शिवलिंग स्थित है वह सोमनाथ का शिवलिंग है।

आपको बता दें। सोमनाथ का जो मंदिर है वह 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है। इस मंदिर को कुल 17 बार तोड़ा गया। फिर भी इसको हर बार वापस से बना दिया गया।
इसी के पास एक भगवान विष्णु का भी एक सुंदर मंदिर है। ऐसा माना जाता है कि इस स्थान पर भगवान विष्णु ने अपना शरीर का त्याग किया था। इसके पीछे एक कहानी है एक बार की बात है भगवान कृष्ण वहां पर आराम कर रहे थे। एक शिकारी ने किसी जानवर को सोते समझ के तीर चला दिया। जिससे कि भगवान कृष्ण को वह तीर लग गया और उनकी मृत्यु हो गई।
6. अजंता एलोरा का मंदिर
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में यह गुफाएं स्थित है। एलोरा और अजंता की गुफाएं हमारे संस्कृति में बहुत बड़ा योगदान रखती है क्योंकि था पर बहुत सारी ऋषि मुनि जैन मुनि तपस्या करते थे।
इन गुफाओं में हमें अलग अलग तरीके की बारीक कलाकृतियों के प्रमाण मिलते हैं जो की बहुत ही समय लगा कर बनाई गई है। यह गुफाएं कितने समय में बनाई गई इसमें बनाने में किसका योगदान था।

इन सवालों के जवाब बहुत मुश्किल है, परंतु ऐसा माना जाता है कि इन गुफाओं का निर्माण राजकोट वंश के शासकों ने करवाया था।इन गुफाओं में जो रहस्य छुपे हैं उनके बारे में जानना बहुत मुश्किल है और यह अनसुलझे रहस्य हमेशा बने रहेंगे।
7. उज्जैन के काल भैरव मंदिर का रहस्य।
उज्जैन में स्थित काल भैरव का मंदिर पूरे उज्जैन शहर की रक्षा करते हैं। एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां पर काल भैरव खुद मदिरा का सेवन करते हैं। यहां पर भक्तजन उनके लिए मदिरा लाते हैं

वर्तमान में, मदिरा प्रसाद उनको चढ़ाया जाता है, चढ़ने के बाद उसको सब लोगों को बांटा जाता है और उस प्रसाद के रूप में मदिरा को बांटा जाता है।