पंकज और मृदुला की पहली मुलाकात साल 1993 में एक एक्टर की बहन की शादी के द्वारा हुई थी. पंकज ने एक इंटरव्यू में कहा था, मेरे दोस्त के बहन की शादी थी और तभी मैंने बालकनी से मृदुला को देखा और सोचा कि काश इस महिला के साथ मैं अपनी पूरी जिंदगी बिता पाऊं. उस वक्त वह कौन है , मुझे बिल्कुल भी नहीं पता था और उनका नाम क्या है मै यह भी नहीं जानता था.

बता दे पंकज और मृदुला की शादी साल 2004 में 12 साल के लंबे रिलेशनशिप के बाद हुई थी. दोनों ने काफी मुश्किलों से लडने के बाद शादी की है. पहले दोनों के ही परिवार वाले इस शादी के काफी खिलाफ थे.

उस वक्त पंकज ने अरेंज मैरिज और दहेज के लिए बिल्कुल परिवार में मना किया हुआ था और ऐसा करने वाला कोई एक्टर के गांव में पहला इंसान था. मृदुला की मुलाकात जब पंकज से हुई तब वह कोलकाता में रहा करती थीं और दिल्ली में ही रह कर पढ़ाई कर रही थीं. पंकज ने कहा, उस वक्त डेटिंग इतनी आम बात नहीं थी और मुलाकातें भी ज्यादा आसान नहीं हुआ करती थी. हम लेटर्स के जरिए ही अपनी बात एक दूसरे से कह पाते थे या 10 दिन में कभी ही कोई फोन कॉल्स हो पाती थीं. हमारा टाइम फिक्स होता था रात के 8 बजे

 

पंकज के स्ट्रगल के समय में भी मृदुला ने उनका हमेशा साथ दिया. उन्होंने हमेशा उनके करियर के उतार-चढ़ाव में उनका सपोर्ट किया.

पंकज की प्रोफेशनल लाइफ की बात की जाए तो वह अभी फिल्म मिमि में नजर आए थे. और फिल्म में पंकज के काम को लेकर उनकी काफी ज्यादा तारीफ हुई थी. पंकज की अपकमिंग फिल्म प्रोजेक्ट की बात करें तो वह 83, बच्चन पांडे, ओह माई गॉड 2 जैसी फिल्मों में नजर आने वाले है

उन्होंने साल 2003 में कन्नड़ की एक फिल्म से एक्टिंग की दुनिया में अपना पहला कदम रखा था और इसके बाद साल 2004 में ही उन्होंने हिंदी फिल्म रन में भी काम किया था. पंकज ने इसके बाद कई फिल्मों में छोटे रोल किए जैसे कि अपहरण , ओमकारा. पर उन्हें लोकप्रियता फिल्म गैंग्स ऑफ़ वासेपुर (Gangs Of Wasseypur) से मिली इसके बाद इन्होंने मेगा प्रोजेक्ट मिर्ज़ापुर में भी काम किया.

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