सरकार बढ़ते हुए साइबर हमलों, एटीएम में डकैती और ग्राहकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए।एटीएम से पैसा निकालने के नियमों में बदलाव किया जा रहा है।

  क्या है एटीएम से पैसा निकालने का नया तरीका

सरकार के इस मामले से जुड़े एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों की जांच में पाया गया है कि साइबर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह ने एटीएम से पैसा निकालने को लेकर एक नया तरीका अपनाना शुरू किया है.जांचकर्ताओं के अनुसार, जालसाज पहले एटीएम के नेटवर्क (LAN) केबल से छेड़छाड़ करते हैं. ‘एटीएम स्विच’ के अस्वीकृत संदेशों को सफल नकद निकासी लेनदेन प्रतिक्रियाओं में बदल दिया जाता है, और बाद में एटीएम से नकदी निकाल ली जाती है.

ब्लॉक किए गए कार्ड से चोरी कैसे होती है।

हमलावर पहले एटीएम परिसरों में एटीएम मशीन और राउटर या स्विच के बीच एक उपकरण लगाते हैं. यह उपकरण ‘एटीएम स्विच’ से वापस प्रतिक्रियाओं को संशोधित करने की क्षमता रखता है जो नेटवर्क के माध्यम से एटीएम से जुड़ा होता है. हमलावर फिर निकासी अनुरोध प्रस्तुत करने के लिए प्रतिबंधित कार्ड (या ब्लॉक किये गये कार्ड) का उपयोग करता है.
जब ‘एटीएम स्विच’ अस्वीकृत संदेश भेजता है, हमलावर बीच में जवाब में बदलाव करता है ताकि लेन-देन को मंजूरी मिल जाए और नकदी निकाली जा सके.

क्या है इसको रोकने के उपाय।

अधिकारी ने कहा कि इस प्रकार की धोखाधड़ी को देखते हुए, बैंकों को एटीएम टर्मिनल या पीसी और एटीएम स्चिव के बीच ‘एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन’ सुनिश्चत करने का निर्देश दिया गया है.बैंकों से कहा गया है कि एटीएम परिसर के नेटवर्क केबल, इनपुट/आउटपुट पोर्ट को छिपाया जाए और सुरक्षा गार्ड के जरिये उसे सुरक्षित रखा जाए. इसी प्रकार की एडवाइजकी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी जारी किया है.

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