भारत में लोगों की अपनी आस्था है. अपने अपने धर्म के अनुसार कोई मस्जिद जाता है तो कोई मंदिर.कोई पत्थर में भगवान ढूंढ लेता है तो कोई पोधे या जानवर के आगे सिर झुकाता है. लोगों की आस्था है कि ऐसा करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है. सारे दुख दर्द दूर हो जाते हैं.लेकिन, राजस्थान में एक ऐसी जगह है, जहां लोग किसी मूर्ति की नहीं, बल्कि मोटरसाइकिल की पूजा करते हैं.

क्या है लोगों की मान्यता
आप सब सोच रहे होंगे यह कैसा अजीब गरीब मंदिर है जहां पर लोग मूर्ति की जगह बुलेट मोटरसाइकिल को रखकर उसकी पूजा कर रहे हैं , धीरे-धीरे यह लोगों की आस्था का केंद्र बनता जा रहा है , लोगों का मानना यह भी है कि ऐसा करने से उनकी मनोकामना पूर्ण होती है, तो आप समझ गए होंगे. ऐसा करने के पीछे लोगों का कोई रहस्य छुपा होगा. जिसके कारण लोगों ने मंदिर में मूर्ति की जगह मोटरसाइकिल को रखकर उसका पूजन शुरू कर दिया.
ऐसे में जानते हैं कि इस बाइक में ऐसा क्या है और इसके पीछे की क्या कहानी है, जिसकी वजह से लोग एक कई साल पुरानी बाइक में भगवान खोज रहे हैं. यह मंदिर सिर्फ राजस्थान में ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर भारत में फेमस है. यहां बड़ी संख्या में भक्त आते हैं, पूजा करते हैं, आरती करते हैं और मनोकामना मांगते हैं. आइए जानते हैं क्या है बाइक की पूजा की कहानी है और यह बाइक किसकी है…

क्या है बाइक पूजा की कहानी?
बात साल 1988 की है, जब पाली के रहने वाले ओम बन्ना अपनी बुलेट बाइक से जा रहे थे और रास्ते में दुर्घटना हो गई और उनकी मृत्यु हो गई. ये कहानी है कि एक्सीडेंट के बाद इस बाइक को थाने ले जाया गया, लेकिन ये बाइक वहां से गायब हो गई. इसके बाद वो बाइक दुर्घटनास्थल पर मिली, जहां ओम बन्ना का एक्सीडेंट हुआ था.
फिर इसके बाद इसे थाने ले जाया गया और फिर ये बाइक वापस उसी स्थान पर आ गई. ऐसा कई बार हुआ. कहा जाता है कि इस बाइक को पुलिस ने चेन से बांध कर भी रखा था, लेकिन फिर भी यह बाइक थाने से गायब हो गई. इसके बाद इसे चमत्कार माना गया और उस बाइक को उसी स्थान पर स्थापित कर दिया गया. इसके बाद लोग इसकी पूजा करने लगे और लोगों की आस्था बढ़ गई. इसके बाद लोगों का मानना है कि ओम बन्ना और बाइक उनकी रक्षा करते हैं और मनोकामना पूरी करते हैं.
यह मंदिर राजस्थान के जोधपुर-पाली हाइवे से 20 किलोमीटर दूर है. यह पाली शहर के पास स्थित चोटिला गांव में है. पहले भले ही लोग इसे नहीं जानते थे, लेकिन अब इस हाइवे पर गुजरने वाले हर शख्स के लिए यह जाना पहचाना स्थान है.कहा जाता है कि जब से बाइक का मंदिर बनाया गया है, तब से यहां कोई एक्सीडेंट हुआ. इसके बाद लोग दूर दराज से पूजा करने आते है.