छिपकली नाम सुनते ही छिपकली से ज़्यादा कई मनुष्य डर जाते है, अगर पता चला कि, घर में छिपकली है तो कोई-कोई घर के अंदर तक प्रवेश नहीं करते, ऐसा देखा गया है कि महिलाएँ छिपकली से अधिक डरती है, बारिश के शुरू के दिन में कई कीड़े हमारे घर के लाइट के पास मंडराते रहते है उन्हें देख छिपकली भी आ जाती है क्योंकि, छिपकली को उड़ने वाले ये छोटे-छोटे परिंदे बहुत प्रिय होते हैं, अगर इसे तुरंत भगाना चाहते हो तो उसे झाड़ू से नहीं मारे क्योंकि, वह डर के मारे कहीं भी छलांग लगा देती है.

हो सकता है कि वह आप के उप्पर ही छलांग लगा दे, वह काटने आदि नहीं आती लेकिन उसके नुकीले नाखून आपके चमड़ी को घाव न कर दे, छिपकली जहा भी हो उसके थोड़े दूर अंतर पर झाड़ू से दीवार पर आवाज़ करते-करते बहुत धीरे-धीरे उसका मुंह बाहर खिड़की या दरवाजे की दिशा की तरफ़ करे इस तरह उसकी दिशा बदलकर दूर से ही झाड़ू से उसे आहिस्ते-आहिस्ते बाहर भगाएँ, चिल्लाए चिखे नहीं।

अगर आपको किचन रूम में छिपकली दिखाई दे तो गैस पर पक रहे खाने के पर ढक्कन रखे क्योंकि, अगर यह छिपकली गलती से भी उस बर्तन के बिलकुल ऊपर छत पर आ गई और बर्तन में पक रहे खाने की गरम भाप उसे लगी तो वह मूर्छित हो कर सीधी आपके खाने के बर्तन में गिर सकती है और गलती से वह खाना परोसा गया तो खाने वालो को उसके अंदर के विषैले तत्व के कारण उल्टियाँ हो सकती है या मृत्यु तक हो सकती है।

छिपकली भगाने के आसान तरीके

छिपकलियाँ दर असल उड़ते हुए छोटे-छोटे परिंदो को देख आकर्षित होती है तो हमें यह सावधानी बरतनी होगी कि, वह परिंदे, कीड़े घर में न आए, शाम होने से पहले खिड़कियाँ बंद रखे या खिड़कियों में जाली लगाए।

जहा छिपकलियों का वास्तव है वहा प्याज और लसुन का रस छिडके क्योंकि, इन्हे प्याज और लहसुन का तीक्ष्ण कसैला गंध पसंद नहीं है, आप लाइट के पास प्याज की कटी स्लाइस किसी धागे में पिरोकर बाँध सकते है इनके अंदर पाए जाने वाला सल्फर की गंध छिपकलियों को आने नहीं देगा।

तम्बाकू की गोलियाँ अलमारियाँ, किताबे के पीछे रखे क्योंकि, तंबाकू के अंदर की निकोटिन की गंध आने से छिपकली कही छिपी होगी तो भाग जाएगी।

नेफ्थेलिन की गोलियाँ कपड़े के अंदर, बुक सेल के अंदर डाले क्योंकि, नेफ्थेलिन की तीव्र गंध से वह दूर भागती है।

मुर्गी के अंडे का छिलका, मुर्गी के अंडे को इस तरह फोड़े की उसमे छोटा-सा छेद कर अन्दर का लिक्विड निकाल ले और वही खाली अंडा किसी किल की मदद से लाइट के पास टांग दे, क्योंकि, छिपकली भी उसी सफेद रंग का अंडा देती है, आप ने देखा होगा कभी-कभी बड़ी छिपकली छोटी छिपकली को खा भी जाती है, इसी चक्कर में कभी-कभी इनकी पूछ तक टूट जाती है, इनकी पूछ इनके जान कि सुरक्षा है, इसलिए कोई दूसरा प्राणी पीछे से पूछ से पकड़े तो पूछ टूट जाती है और छिपकली अपनी जान बचाकर भाग जाती है, लाइट के पास इतना बड़ा अंडा देखकर वह डर जाती है क्योंकि, उसके अंडे के साइज़ से यह अंडा बड़ा दिखता है तो वह यह अनुमान लगाती है कि, अगर यह अंडा इतना बड़ा है तो ज़रूर मुझसे भी कोई बहुत बड़ा किसी जानवर का यहाँ वास्तव है जो कभी भी मुझे निगल सकता है इसी भय से वह वहाँ आना ही छोड़ देती है।

और बात रही मोर पंख की, मोर पंख को ज़रा ध्यान से देखे तो उसपर किसी बड़े जानवर की आँख की तरह तस्वीर लगती है अगर हम आसपास बुक में या फूल के गुलदस्ते में मोर का पंख रख देते है तो छिप कली को यह भ्रम होता है कोई तो मुझे खाने के लिए दूर से घुर रहा है, तो वह नज़दीक आने से पहले यहाँ से भाग निकले बाक़ी मयूर पंख में कोई गंध आदि नहीं होती, आपने किसी बड़ी तितली के पंख पर आंखो-सी प्रतीत होने वाली प्रतिमा देखी होगी वह भी उसके लिए रक्षा कवच का काम करते है उन नकली आंखो को देख अन्य परिंदे उस पर पीछे से हमला नहीं करते।

कभी कभी छिपकली लाख कोशिश के बावजूद भी घर से बाहर नहीं नीकलती है तो गाय के गोबर उसका निशाना धर मारते है तो वह गाय के गोबर में धस जाती है और आप सावधानी से उसे बाहर निकाल सकते है, लेकिन यह तरीक़ा अंतिम है, हो सके तो इसे न आजमाए तो अच्छा है।

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