आज हम आपको एक ऐसी लड़की की कहानी बताने जा रहे हैं. जो अपने जीवन के कई साल बिना चेहरे के गुजार दिए हैं. कहने का मतलब यह है कि जुलियाना नाम की लड़की जब पैदा हुई तो वह शारीरिक ओर मानसिक रूप से बिल्कुल स्वस्थ थी लेकिन जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता वह था वह है उसका चेहरा जिसे पहली बार देखने में अधिकांश लोग डर जाते थे . लेकिन कुछ डॉक्टर बच्ची के लिए भगवान बन कर आए हैं. जिन्होंने इस बच्चे को नई जिंदगी दी . चलो आपको बताते हैं पूरी हकीकत….

जुलियाना की मां कहती हैं कि जुलियाना जब पैदा हुई तो वह शारीरिक ओर मानसिक रूप से बिल्कुल स्वस्थ थी लेकिन जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता वह था जुलियाना का चेहरा जिसे पहली बार देखने में अधिकांश लोग डर जाते थे . डॉक्टरों के अनुसार जुलियाना टेरेचर कोलिन सिंडरोम से पीड़ित थी जो एक गंभीर बीमारी थी . इस बीमारी की वजह से उस मासूम बच्ची पूरा चेहरा खत्म हो चुका था.
जुलियाना वेटमोर की यह कहानी पढ़ने से पहले हम आपको सचेत करना चाहेंगे कि आप इन तस्वीरों को देखकर घबराएं नहीं क्योंकि इस बच्ची ने अपनी जिंदगी के कई साल बिना चेहरे के गुजारे हैं. जूलयाना ने एक असाधारण रूप में जन्म लिया, जिसे देखकर पहली बार उनके माता पिता भी घबरा गए. लेकिन उन्होंने फैसला किया कि हम हार नहीं मानेंगे, उन्होंने डॉक्टरी सलाह ली और जुलियाना की प्लास्टिक सर्जरी शुरू की जुलियाना इतनी गंभीर स्थिति में पैदा हुई थी कि उसका सांस लेना भी दूभर था डॉक्टरों ने सर्जरी के जरिए सबसे पहले उसके स्वास तंत्र खोले और धीरे धीर, उसके बढ़ा होने के इंतजार के साथ उसे स्पेशल इलाज देना शुरू किया.

इसे विज्ञान का चमत्कार ही कहा जाएगा की 36 सजर्री के बाद उसे एक नया चेहरा मिला इससे पहले वो बिना चेहरे के ही अपनी जिंदगी जी रही थी, इसे दुनिया के लोगों से कोई शिकायत नहीं थी जुलियाना की मां बताती है कि जुलियाना आमतौर पर कभी लोगों को जज नहीं करती थी यानि जुलियाना के साथ लोग कैसा व्यवहार करते हैं उसके लिए वह कभी उन्हें अच्छा या बुरा नही कहती थी .डॉक्टरों की कड़ी मशक्कत से इस लड़की को एक नई पहचान मिली.
जुलियाना के पिता एयरफोर्स में तैनात है जिन्होंने अपनी बेटी को एक सुनहरा भविष्य देने के लिए अपनी सारी कमाई लगा दी. आखिरकार उनकी मेहनत सफल हुई और जुलियाना को एक नया चेहरा मिला. नन्ही सी बच्ची को एक नया जीवन देने वाले डॉक्टर किसी भगवान से कम नहीं थे.