दुनिया इतनी बड़ी है कि इसमें कहीं न कहीं आपको कुछ दिलचस्प मिल ही जाएगा. रहस्यों से भरी इस दुनिया में कई ऐसे रहस्य है जिसे आज तक कोई नहीं समझ पाया. भारत एक ऐसा देश है जहां अलग अलग धर्म के लोग एकत्रित होकर रहते हैं, इसलिए यहां कुछ ना कुछ आपको अलग मिल जाएगा. आज हम आपको एक ऐसे समुदाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके रीति रिवाज पूरी दुनिया में अलग हैं. अब आप इसको अंध विश्वास बोलो या फ़िर मान्यता! लेकिन इस समुदाय के लोग सालों से इन रीति रिवाज की परम्परा को आगे बढ़ा रहे हैं..

पश्चिम अफ्रीका के देश ‘बेनिन’ में मिलते है जिंदा भूत

अंध विश्वास और विश्वास से दूर पश्चिम अफ्रीका का एक छोटा सा देश है, इस देश का नाम ‘बेनिन’ है.इस गांव में मिलते है जिंदा भूत आप यहां की परंपरा को जानकर चौक जाएंगे, और सबसे बड़ी बात यह कि यह परंपरा आज भी कायम है. कहा जाता है कि पश्चिम अफ्रीका के इस देश में जिंदा भूत लोगों की समस्याओं का निवारण करते हैं. लेकिन जिन्हें ये जिंदा भूत कह रहे हैं वो आखि़र कौन लोग होते हैं. यह यहां के स्थानीय लोग भी नहीं जानते. आपको बता दें कि इस देश में ‘इगुनगुन’ नाम की एक सीक्रेट सोसायटी है और इसी सीक्रेट सोसायटी के लोगों को ‘इगुनगुन’ जिंदा भूत कहा जाता है.

लोगों के अंदर है डर

यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि जिंदा भूतों के आस पास भी कोई नहीं जाता, ऐसी मान्यता है की अगर गलती से कोई भी व्यक्ति इनको छू लेता है तो छूने वाले के साथ-साथ भूत की भी मौत हो जाती है. लोगों के अंदर इस परंपरा को लेकर दहशत है. इसके अलावा कहा जाता है कि इसी लिए इगुनगुन जहां भी जाते हैं तो अपने साथ ढोल-नगाड़े बजाने वाले लोग लेकर चलते है. इसके अलावा गांव वाले ‘इगुनगुन’ समुदाय को ईश्वर का संदेश भी मानते है.

आखि़र कौन है यह लोग

कहा जाता है कि यह ‘इगुनगुन’ नाम के समुदाय के लोग हमेशा पुरे और रंगीन कपड़ों से ढके रहते है अब इसके पीछे क्या कारण है यह किसी को नहीं पता. लेकिन लोगों का विश्वास है कि यह जिंदा भूत है, इन के शरीर के अंदर प्रेत आत्माएं निवास करती है. इनका चेहरे को कोई देख ना लें इसलिए ये जिंदा भूत अपने चेहरे को हमेशा ढक कर रखते हैं, ताकि इन्हें कोई पहचान ना सकें. आप को बता दे की अफ्रीका के प्रसिद्ध काले जादू ‘वूडू’ की शुरुआत इसी जगह पर हुई थी हुई थी.

क्या है इगुनगुन समुदाय के लोगों का काम

इस समुदाय के लोगों का काम गांव वालों की समस्या को सुनना और आपसी विवादों का फैसला सुनना होता है. किसी भी विवाद को सुलझाने के लिए गांव के लोग इन की बैठक बुलाते है और इस बैठक मे इगुनगुन का होना जरुरी होता है. इसके अलावा यह जिंदा भूत जो भी फैसला लेते है वह बहुत ऊंचे और अस्पष्ट शब्दों में बोलते हैं.  लेकिन इन की बोली सिर्फ इगुनगुन समुदाय के साथ रहने वाले ही समझ पाते हैं.

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