कोरोना का खतरा फिलहाल खत्म होता नहीं दिख रहा है और साथ में देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर बेकाबू होती जा रही है। जहां देश मैं कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है, वहीं विशेषज्ञों ने अभी से तीसरी लहर की आशंका जता दी है।
विशेषज्ञों के मुताबिक देश में कोरोना की पहली लहर बुजुर्गों के लिए खतरा बनी थी, जबकि दूसरी लहर युवा आबादी के लिए खतरनाक साबित हुई है, और अब कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। भारत में कोरोना की तीसरी लहर सितंबर तक आ सकती है इससे बचने के लिए हमें पहले से ज्यादा सतर्क होने की आवश्यकता है।
तीसरी लहर से बच्चों को खतरा
कोविड एक्सपर्ट कमेटी के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को ज्यादा खतरा हो सकता है। इसकी वजह यह है कि जब तक देश में तीसरी लहर दस्तक देगी तब तक बच्चों को छोड़कर सभी युवा पीढ़ी को कम से कम एक टीका तो लग चुका होगा।इसके लिए सरकार को परिस्थितियों को संभालने के लिए अभी से तैयारी करनी होगी।
बच्चों के लक्षणों को ना करें नजरअंदाज
एक्सपर्ट्स का कहना है कि पेरेंट्स बच्चों में हल्के लक्षणों को नजरअंदाज ना करें। माता-पिता को बच्चों में संभावित डायरिया, सांस लेने में समस्या और सुस्ती जैसे लक्षणों पर ध्यान रखना चाहिए। एक्सपर्ट्स के अनुसार खासकर बुखार के साथ इस तरह के लक्षणों पर सतर्क रहने की सलाह दी गई है। बच्चों में ऐसी समस्याओं को पहचानने में माता-पिता को सावधानी बरतनी चाहिए। बिना डॉक्टर के सलाह कोई दवा जैसे एंटी वायरल ड्रग्स, स्टेरायड्स, एंटीबायोटिक आदि न दें।
संक्रमण के दौरान बच्चों को रखें दूर
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए बच्चों को भी मास्क पहनाएं। उन्हें खेलने के लिए घर से बाहर ना निकलने दें। जरूरी हैं कि बच्चों के साथ किसी भी सार्वजनिक स्थानों, फंक्शन या अन्य आयोजन में जानें से बचें। इन जगहों पर संक्रमण फैलने का खतरा अधिक रहता है। घर में यदि किसी मेंबर को कोरोना हो गया है तो बच्चों को उनसे बिल्कुल दूर रखें। नवजात या बच्चे में कोरोना से जुड़े कोई भी लक्षण हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बच्चों को घर का ही बना खाना दें
दिल्ली एम्स की डॉ झुमा शंकर के अनुसार घर पर बना हुआ खाना बच्चों को खिलाएं। इसके साथ ही फलों और सब्जियों का सेवन अधिक कराएं। अगर बच्चा बाहर के खाने के लिए जिद करता है तो उसे समझाए कि इस समय वो फूड उनके लिए कितना खतरनाक है। नानावटी हॉस्पिटल के सीनियर पीडिएट्रिक्स डॉ. रवि मलिक के अनुसार बच्चों को इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए मल्टी विटामिन दे सकते हैं। लेकिन कोई कोई विटामिन ज्यादा देने से बचे।
क्या है कोरोना की तीसरी लहर से बचने का उपाय
कोरोना की तीसरी लहर से बचने का एक ही उपाय है इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार को टीकाकरण को तेजी से करने के लिए रणनीति बनाने की जरूरत है। कोरोना की तीसरी लहर से पहले वैक्सीनेशन के मौजूदा अभियान को तेजी से पूरा करने की जरूरत है।
अगर सरकार ने इस संबंध में जल्दी कोई कदम नहीं उठाए तो कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक साबित हो सकती है। ऐसे समय में टीका न लगवाने वाले बच्चों में खतरा बढ़ जाएगा। बता दें कि कोरोना वैक्सीन को इस समय कोरोना से बचने का सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है।