भगवान ने प्रत्येक मनुष्य को एक निश्चित उद्देश्य और निश्चित समय के साथ पृथ्वी पर भेजा है। प्रत्येक मनुष्य के जीवन में नपा-तुला समय होता है। जब हम ज्यादातर समय को बेकार के कामों में व्यतीत कर देते हैं तब हमें होश आता है। समय के महत्व पर एक कहावत भी कही गई है – अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत।इसी वजह से हर बुद्धिमान व्यक्ति समय के महत्व को समझता है। हमारा जीवन समय से जुड़ा हुआ होता है। भगवान ने हमें जितना भी समय दिया है उसमे एक पल की भी वृद्धि होना असंभव है।
समय अमूल्य धन
किसी ने सच ही कहा है समय से बड़ा कोई धन नहीं है। और यह सच ही है क्योंकि पैसों के माध्यम से हम कुछ भी खरीद सकते है, या खरीदा जा सकता है लेकिन समय एक ऐसी चीज है जो यदि एक बार हाथ से निकल जाता हैं तो फिर कभी लौटकर वापस नहीं आ सकता। समय एक अमूल्य वस्तु के साथ-साथ अमूल्य धन भी होता है। समय की कीमत धन से बहुत अधिक होती है इसीलिए समय अमूल्य होता है। प्रत्येक मनुष्य के जीवन में कोई-न-कोई लक्ष्य होता है जीवन में लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमें समय का सदुपयोग करना चाहिए।
समय का महत्व
समय के सदुपयोग का बहुत महत्व होता है। अगर समय पर काम नहीं होता है तो समय का सदुपयोग नहीं हो पाता है जिससे जीवन अभिशाप बन जाता है। हर व्यक्ति अपने जीवन में उन्नति करने की इच्छा रखता है। वह हमेशा अपने जीवन में धनवान, बलवान और विद्वान् बनना चाहता है। जब मनुष्य ऐसी इच्छा रखता है तो उस के समय के महत्व को समझना बहुत जरूरी होता है। जो व्यक्ति समय का सम्मान करता है समय भी उसका सम्मान करता है। जो समय को बर्बाद करता है समय उसे बर्बाद कर देता है। जो लोग समय की गति को नहीं जानते और इसके महत्व को नहीं समझते हैं, समय को नष्ट करते हैं समय भी ऐसे लोगों को नष्ट कर देता है।
सुखों की प्राप्ति
जो व्यक्ति समय का सदुपयोग करता है केवल वही सभी सुखों को प्राप्त कर पाता है। जो व्यक्ति अपने काम को समय पर कर लेता है उसे कोई भी व्यग्रता नहीं होती है। जो व्यक्ति अपने काम को समय पर करता है वह केवल अपना ही भला नहीं करता है बल्कि अपने परिवार गाँव, और राष्ट्र की उन्नति का कारण भी बनता है।
कार्य की सफलता
समय का हर पल, हर क्षण और हर साँस ही जीवन होता है। जो अपने जीवन के एक-एक पल का सदुपयोग करता है उसका जीवन सफल हो जाता है लेकिन जो एक पल भी व्यर्थ कर देता है उसका जीवन निरर्थक बन जाता है। कार्य की सफलता कार्य की कुशलता से अधिक कार्य की तत्परता पर निर्भर करती है। समय ही सत्य होता है।
आलस्य का त्याग :
जब समय बीत जाता है तब हमें समय के महत्व का एहसास होता है। जब समय का दुरूपयोग किया जाता है तब दुःख और दरिद्रता के अलावा कुछ प्राप्त नहीं होता है। समय का सबसे बड़ा शत्रु आलस्य होता है। आलस्य जीवन का एक कीड़ा होता है। अगर वह जीवन में लग जाता है तो जीवन नष्ट हो जाता है। जब लखपति समय से चूक जाता है तो वह भी निर्धन हो जाता है।
बदल जाओ वक्त के साथ। या फिर वक्त बदलना सीखो। मजबूरियों को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो