आज की सुचना के अनुसार पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ( Sachin Pilot ) लगभग एक साल की छुपी के बाद वापस से बोले हैं। उन्होंने पार्टी के लिए खुल के नाराज़गी जताई हैं। आपको बता दे की पायलट ने लगभग 10 माह पूर्व भी ऐसा किया था। उनका कहना हैं की कार्यकर्ताओ को उचित भागीदारी नहीं दी गयी हैं। उन्होंने कहा की उनके साथ किये गए वादों पर कोई अमल नहीं किया गया।
पायलट के अनुसार पिछली मीटिंग के अनुसार सुलह कमेटी ने कहा था की जल्दी से सभी फैसले लिए जायेंगे। सरकार का आधा कार्यकाल पूरा हो चूका हैं और कोई काम नहीं हुआ हैं। और जो मुद्दे थे वो अभी भी बरकार हैं।

पार्टी के लिए यह बहुत ही गलत हैं की जिन कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी को सत्ता में लाने के लिए जी तोड मेहनत की और अपना सब कुछ दांव पर लगा डाला, उनकी सुनवाई अब तक नहीं की जा रही है।
पायलट को भरोसा उठा :
इससे पहले भी पायलट अपनी पार्टी के लिए बोल चुके हैं। पिछली मीटिंग के बाद उन्होंने कहा था की उनको कमेटी पर पूरा भरोसा हैं। ऐसा उन्होंने बहुत बार सभाओ में भी कहा। इस कमेटी में 3 सदस्य थे उनमे से एक अहमद पटेल की मृत्यु हो चुकी हैं। अभी कमेटी में दो सदस्य हैं। कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल और अजय माकन भी रूचि नहीं ले रहे है। प्रियंका गाँधी में पिछली बार पायलट खेमे को वापस लाने में अच्छी भूमिका निभाई थी। गहलोत खेमा खुश नहीं था। बाद में पायलट को जयपुर बुला कर गहलोत से मिलवाया गया था। कमेटी को 10 महीने हो चुके हैं पर रिपोर्ट का कोई आता पता नहीं हैं।
फिर से बगावत होती दिख रही हैं :
पायलट के बयान से राजस्थान की राजनीति गरम हो गयी हैं। इससे पार्टी को बहुत बड़ा झटका लग सकता हैं। इस चीज को लेके मीडिया में भी चर्चा शुरू हो गयी हैं। इस बार पायलट ने खुद से शुरुवात की हैं तो कुछ बड़ा कर सकते हैं। पायलट की नाराजगी खुल के दिख रही हैं।