शाहरुख खान के बेटे आर्यन को गिरफ्तार करने के बाद से नारकोटिक्स डिपार्टमेंट के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े लगातार विवादों में फंसते जा रहे हैं। उन पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने क्रूज पर छापेमारी के दौरान वसूली के धंधे को अंजाम दिया था।
वहीं इन दिनों महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) भी लगातार मीडिया के सामने आ कर समीर वानखेड़े के खिलाफ खुलासा कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने NCB के जोनल डायरेक्टर का बर्थ सर्टिफिकेट दिखा कर दावा किया कि समीर वानखेड़े एक मुस्लिम है और उन्होंने फर्जी दस्तावेज बना कर यह नौकरी हासिल की है। वहीं उनकी पहली शादी का ज़िक्र करते हुए नवाब मलिक ने उनकी पहली निकाह की तस्वीर भी सार्वजनिक की थी। अब इस मामले वानखेड़े की पहली पत्नी डॉक्टर शबाना कुरैशी के पिता डॉक्टर जाहिद कुरैशी का भी बयान सामने आ रहा है।
समीर वानखेड़े की पहली पत्नी शबाना कुरैशी के पिता डॉ. जाहिद कुरैशी ने बताया, ‘समीर वानखेड़े के पिता दाऊद वानखेड़े से मेरी बातचीत बेटी की शादी से 3-4 साल पहले से होती थी। उनकी मां जाहिदा भी हमारे घर आई थीं और उन्हें शादी का प्रस्ताव रखा था। तब तक हमें यही मालूम था कि उनका पूरा परिवार मुस्लिम हैं और जाहिदा वानखेड़े के जो रिश्तेदार थे वो भी यही कहते थे कि वो सभी मुस्लिम हैं।’
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उन्होंने बताया, ‘शादी के तीन साल पहले से बात चल रही थी और हमने देखा कि घर का माहौल मुस्लिम ही है। जाहिदा वानखेड़े प्रस्ताव लेकर आई थीं तो हम मान गए थे…. हमने दोनों की सगाई करवाई और सगाई के 10 महीने बाद दोनों की शादी हुई। जाहिदा को जानने वाले और मेरे जानने वाले, सबको मालूम था कि वो मुस्लिम हैं। अगर वो मुस्लिम नहीं होते तो हम शादी ही नहीं करते।’ उन्होंने बताया कि सगाई मुस्लिम रीति-रिवाज से ही हुई थी।
इस सवाल के जवाब में डॉ. कुरैशी ने बताया, ‘उनकी मां कट्टर मुस्लिम थीं और धर्म को मानने वाली थीं। लोगों की, मस्जिदों की, मदरसों की मदद करती थीं। उनकी मौत के बाद ही ये सब हो रहा है, वरना उनके समय तो उनके घर में बहुत अच्छा माहौल था।’
उन्होंने ये भी बताया कि समीर वानखेड़े के पिता का नाम दाऊद ही है। उनसे जब पूछा गया कि उनके पिता का कहना है कि उनका नाम ध्यानदेव है, दाऊद नहीं। तो डॉ. कुरैशी ने कहा कि हम उन्हें दाऊद के नाम से ही जानते हैं। हमने निकाहनामा में भी उनका नाम दाऊद ही लिखा है।
डॉ. कुरैशी ने ये भी बताया कि वानखेड़े परिवार मुस्लिम रीति-रिवाज ही फॉलो करता था। खुद समीर वानखेड़े भी मुस्लिम परंपरा को फॉलो करते थे, रोजा भी रखते थे, नमाज भी पढ़ते थे। हमें तो यही पता था कि वो मुस्लिम हैं। बाद में उन्होंने कुछ सर्टिफिकेट बनवाएं हों तो पता नहीं।
उन्होंने ये भी बताया की तलाक भी मुस्लिम रीति-रिवाज से हुआ था और बाद में कोर्ट में हुआ था। उन्होंने कहा कि जब से दोनों अलग हुए हैं, तब से दोनों परिवारों के बीच कोई संपर्क नहीं है।