आज हम आपको बताने जा रहे हैं, IAS officer navjeevan pawar के विषय में जिन्होंने अपनी बिमार हालत में होते हुए भी उन्होंने अपनी ललक को गुम नहीं होने दिया। अपनी पीड़ा भूल वे पढ़ते ही रहें और ICU में भी उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और साल 2018 की परीक्षा पास की IAS Officer बनने वाले नवजीवन पवार एक से त्याग और हिम्मत के मिसाल है इनके द्वारा देश के लाखो युवाओं को प्रेरणा मिलेगी।

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि नवजीवन के आईएएस बनने का सपना अस्पताल और आईसीयू से होकर गुजरने वाला हैं।

उनकी सफलता की कहानी

नवजीवन पवार ने पहले ही प्रयास में युपीएससी की परीक्षा पास की,। हुआ यह कि एक दिन के समय उनको किसी ज्योतिष यह कहा कि आपके जीवन में कोई सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती व हो सकती है लेकिन इन्होंने इस बात को आज गलत साबित कर दिखाया, जो भी हो भले ही इनका आईएएस बनने का सफर लंबा रहा इस समय भी उन्होंने बहुत सी कठिनता का सामना करना पड़ा ‌।।

एक समय तो उनकी तबीयत तक खराब हो गई थी उन्हें HOSPITALमे भी भर्ती कराया गया था इस सिचुएशन पर भी घबराए और निराश नहीं हुए उन्होंने वही तैयारी भी शुरू कर दी। दवाई लेते रहे पर फिर भी पढ़ाई करते रहे।

UPSC तैयारी के लिए पहुंचे दिल्ली

नवजीवन का जन्म महाराष्ट्र के गांव में हुआ। और उनके पिता किसान थे। उनका बचपन बहुत परेशानियों में गुजरा था। वे पढ़ाई में काफी होशियार थे। इसलिए उनके परिवार वालों ने यूपीएससी की तैयारी के लिए उन्हें दिल्ली भेजने का फैसला किया और वह दिल्ली चले गए । इसी बीच दिल्ली में कोचिंग के दौरान उनकी तबीयत बिगड गई,,जब अस्पताल आए तो समझ आया कि डेंगू हैं . ऐसे में परिवार के सदस्यों ने उन्हें घर वापस बुलाया था पर वहां उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था

अस्पताल में ही शुरू कर दी थी तैयारी

उन्होंने बताया कि जब वह डेंगू से पीड़ित थे तब भी आईसीयू में ही उन्होंने तैयारी शुरु कर दी जब उन्हें डेंगू हुआ था तब वह प्री पास कर चुके थें मेंस की तैयारी कर रहे थे वहीं आईसीयू में ही और अस्पताल में उन्हें ज्यादा समय भी बिताना पड़ा ऐसे में वे सिर्फ युपीएस सी की ही परीक्षा के बारे में ही केवल सोचते थे ऐसे में उन्होंने ठान लिया और जी जान लगा दिया अपनी तैयारियों में इस कारण वे सफल भी हुए एक आफिसर बनकर ही रहें।।

कैंडिडेट्स को सलाह

उन्होंने ने कैंडिडेट्स को यह सलाह दी कि लगातार मेहनत करते रहें क्वेश्चन साल्व करते रहे हर चुनौतियों का डटकर मुकाबला करें ।
कई लोग आपको डिमोटिवेट भी करेंगे पर फिर भी आप अपना फोकस मत खोइएगा। आपने युपीएस सी में आने का फैसला लिया तो जब तक उसे हासिल न कर लो पुरी जी जान झोंक दो और हासिल कर लो उसे।

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