दुनिया में आज भी कुछ लोग ऐसे है ,जो बिना किसी स्वार्थ के दुनिया भर के सभी जीव जंतुओं की सेवा में लगे हुए हैं यह लोग किसी भी जीव– जंतु को परेशानी में नहीं देख सकते और उनकी सहायता के लिए वह हमेशा तत्पर रहते हैं । भले ही आज ऐसे लोगों की संख्या दुनिया में कम हो लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि जब तक यह लोग दुनिया में रहेंगे तब तक लोगों का भरोसा मानवता पर बरकरार रहेगा।
आज हम अपने आर्टिकल में मेरिल अनैयुर के बारे में जिक्र करेंगे जो कि कुडल नगर के निवासी हैं और जिन्होंने अपनी महंगी बाइक गिलहरी को घोंसला बनाने के लिए समर्पित कर दी। बता दें कि उनके घर के पास, जहां पर वह अपनी बाइक खड़ी करते हैं, वहां पर एक पेड़ है वहां से गिलहरी रोज उनके बाइक में आ जाती थी तो मेरिल ने कभी भी इस बात पर ज्यादा गौर नहीं किया ।
लेकिन बीते दिनों जब गिलहरी का आवागमन बाइक में ज्यादा बढ़ गया तो मेरिल ने बाइक को जांचने की सोची क्योंकि उन्हें डर था कि शायद गिलहरी कहीं उनके बाइक के तार ना काट दे। मेरिल ने जब बाइक का बोनट खोला तो उनकी आंखें खुली की खुली रह गई उन्होंने देखा गिलहरी ने बाइक के बोनट में घोंसला बना के रखा है, मेरिल यह सब देख कर अति भावुक हो गए और बाइक को यथास्थिति में ही रखने का निर्णय लिया।
खैर जब उन्होंने दोबारा बाइक का बोनट कुछ दिनों बाद खोला तो उसमें उन्होंने देखा कि गिलहरी के तीन बच्चे घोसले में आराम से सो रहे हैं। यह दृश्य देखकर उनको बड़ी शांति प्राप्त हुई और उन्होंने निर्णय लिया कि वह अपनी बाइक को वैसी ही स्थिति में रहने देंगे जब तक गिलहरी के बच्चे बड़े होकर सामान्य स्थिति में ना आ जाए।
आपको बता दें कि गिलहरी और गिलहरियों के बच्चों ने मेरिल के बाइक के लगभग सभी तार काट दिए और जिसकी मरम्मत में कुल ₹5000 से भी ज्यादा खर्च आने की आशंका है खैर इन सब के बावजूद भी वह कभी दुखी नहीं हुए और तो और वह टोगखुद को सौभाग्यशाली मानते हैं कि किसी गिलहरी ने उनकी बाइक पर घोंसला बनाने का निर्णय लिया है।