आमतौर पर माता पिता अपनी संपत्ति और जमा पूंजी को अपने बच्चों के नाम करते हैं, ताकि वह एक बेहतरीन जिंदगी जी सके। लेकिन मध्य प्रदेश के एक किसान ने अपने जीवन की आधी कमाई एक कुत्ते के नाम कर दी है, जिसकी वजह से पूरे राज्य में उनकी चर्चा हो रही है।
बॉलीवुड फिल्म एंटरटेनमेंट (Entertainment) से मिलती जुलती एक घटना सामने आयी है, दरअसल मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में एक किसान ने अपनी आधी जायदाद कुत्ते के नाम कर दी।

क्या है पूरा मामला
छिंदवाड़ा के बारीबड़ा गाँव में रहने वाले 50 वर्षीय किसान ओम वर्मा की दो शादियाँ हुई थी, पहली पत्नी से उन्हें तीन बेटियाँ और एक बेटा है। जबकि दूसरी शादी से ओम वर्मा को दो बेटियाँ हुई, ऐसे में उन्होंने आधी संपत्ति अपनी दूसरी पत्नी के नाम कर दी वहीं आधी जायदाद अपने पालतू कुत्ते जैकी को दे दी।
दरअसल ओम वर्मा अपनी पहली पत्नी से जन्में बेटे के व्यवहार से बहुत ज्यादा दुखी है, जिसकी वजह से उन्होंने अपनी जायदाद में उसे एक पैसा तक नहीं दिया। वहीं किसान का पालतू कुत्ता (जैकी) अपने मालिक के प्रति बहुत वफादार है और उन्हें बहुत ज्यादा प्यार भी करता है।

क्यों की कुत्ते के नाम जायदाद?
किसान ओम वर्मा का मानना है कि जो प्यार और देखभाल उन्हें बेटे से मिलनी चाहिए थी, वह उन्हें पालतू कुत्ते से मिल रही है। ऐसे में उन्होंने अपनी आधी संपत्ति अपने कुत्ते (जैकी) के नाम कर दी, ताकि उनके मरने के बाद कोई न कोई जैकी का ख्याल रख ले। किसान ओम वर्मा ने जैकी के नाम की गई संपत्ति को लेकर एक वसीयत भी तैयार करवाई है, जिसमें उन्होंने साफ-साफ शब्दों में लिखा है कि उनके मरने के बाद जो व्यक्ति जैकी की देखभाल करेगा उसकी संपत्ति पर उसी का अधिकार होगा।
इसके साथ ही किसान ने अपनी वसीयत में इस बात का भी जिक्र किया है कि उनकी दूसरी पत्नी चंपा वर्मा और जैकी ने उनकी बहुत सेवा की है, इसलिए उनकी संपत्ति और जमा पूंजी पर भी इन दोनों का अधिकार होना चाहिए। किसान का बेटा अपने पिता के प्रति कोई जिम्मेदारी नहीं निभाता है, इसलिए उन्होंने अपने बेटे को जमीन, जायदाद से बेदखल कर दिया।